गुर्दे की पथरी बिना ऑपेरशन के बाहर जाने यह रामबाण औषधि | Gyani Guide Health Tips
दोस्तों पत्रिका हो जाना है कैसी बीमारी है जिसमें पीड़ित व्यक्ति दर्द से कराह उठता है लेकिन उस समय वह कुछ भी नहीं कर सकता उसका दर्द असहनीय लगने लगता है और इसे देखकर उसके सगे संबंधी उसके आसपास बैठे लोग भी बहुत मजबूर हो जाते हैं कि आखिर क्या किया जाए और इसका आजकल लोगों को लगता है कि एक ही इलाज रह गया है और वह है ऑपरेशन करना लेकिन आयुर्वेद में इसका इलाज संभव है और वह भी बिना ऑपरेशन के दोस्तों यदि किसी व्यक्ति के गुर्दे में पथरी है तो उसको नष्ट करने के लिए आपको हम आज रामबाण विधि बताएंगे आप सभी से निवेदन है कि यदि आप हमारे द्वारा बताई गई जानकारी से संतुष्ट है तो कृपया इसे और लोकतक शेयर करें ताकि किसी जरूरतमंद की सहायता हो सके तो आइए दोस्तों शुरू करते हैं
दोस्तों 250 ग्राम कुल्थी कंकड़ पत्थर निकाल कर साफ कर लें और पहले इसे रात में 3 किलो पानी में भिगो दें फिर सवेरे भीगी हुई खुलती सहित उसी पानी को धीमी धीमी आंच पर लगभग 4 घंटे पकाएं और जब 1 किलो पानी रह जाए जो काले जनों के सूप की तरह होता है तब उसे नीचे उतार ले सिर्फ 30 ग्राम से 50 ग्राम देसी घी का उसमें चौक लगाएं चौक में थोड़ा-सा सेंधा नमक कालीमिर्च जीरा हल्दी डाल सकते हैं बस भोजन का भोजन और स्वादिष्ट सूप के साथ पथरी नाशक दवाई तैयार है
प्रयोग विधि :- दिन में एक बार दोपहर के भोजन के स्थान पर 12:00 बजे यह सारा सूप पी जाएं कम से कम 250 ग्राम अवश्य पिएं एक-दो सप्ताह में इससे गुर्दे तथा मूत्राशय की पथरी गल कर बिना ऑपरेशन के बाहर आ जाती है
विशेष :- जब तक पथरी बाहर ना निकल जाए तब तक यह पानी रोजाना एक बार पीते रहें अधिक दिनों तक पीते रहने से कोई हानि नहीं है 1 सप्ताह से 5 सप्ताह तक ले इसके लगातार कुछ दिनों के सेवन से पथरी के तीव्र हमले रुक जाते हैं पथरी के रोग में यह अमृततुल्य है यदि भोजन के बिना कोई व्यक्ति रह ना सके तो सुख के साथ एकाद रोटी लेने में कोई हानि नहीं है गुर्दों के प्रदा और सूजन में ऐसा पानी रोके जितना पी सके पीने से 10 दिन में गुरुदेव का पौधा और सूजन ठीक हो जाती है खुलती का इस्तेमाल कमर दर्द में भी रामबाण दवाई है कुलथी की दाल साधारण दालों की तरह पकाकर रोटी के साथ प्रतिदिन खाने से भी पथरी पेशाब के रास्ते टुकड़े-टुकड़े होकर निकल जाती है यह दाल मजा हड्डियों के अंदर की चिकनाई को बढ़ाने में सहायता करती है
पथरी में लाभदायक खाना :-
दोस्तों कुल्थी के अलावा तरबूज के बीज, खरबूजे के बीज, चौलाई का साग, मूली, आंवला, अनानास, बथुआ, जो, मूंग की दाल, गोखरू आदि कुल्थी के सेवन के 7 दिन में 6 से 7 गिलास सादा पानी पीना खासकर गुर्दे की बीमारियों में बहुत हितकारी साबित होता है
पथरी में परहेज :-
दोस्तों पालक, टमाटर, बैंगन, चावल, उड़द, लेस दार पदार्थ, सूखे मेवे, चॉकलेट, चाय, नशीली चीजें, मांसाहार आदि मूत्र को रोकना नहीं चाहिए तथा लगातार 1 घंटे से अधिक बहुत देर तक एक ही आसन पर नहीं बैठना चाहिए
एक अन्य विधि :-
लगभग 50 ग्राम तुलसी के बीज 250 ग्राम पानी में रात में भिगो दें रात है इसे उबाल लें जब पानी उबालकर 100 ग्राम रह जाए तब उतारकर छान लें और गुनगुना पानी दोगी को पिला दे सुबह शाम इसी तरह पिलाने से कुछ ही दिनों में पथरी गलत निकल जाती है
विशेष :-
दोस्तों इस विधि से समय कुछ ज्यादा लग सकता है कुछ केस में इसलिए 46 महीनों के सेवन से ही ठीक हो जाती है पानी पी लेने के बाद बची हुई कुलथी का साग बिना रेशे की दाल की तरह 10 ग्राम देशी घी का चौक लगाकर नमक हल्दी जीरा मिलाकर रोटी के साथ या वैसे ही सेवन करें तो शीघ्र लाभ होता है कुल्थी के प्रयोग से मूत्राशय की पथरी जिसका व्यास 1 सेंटीमीटर से ज्यादा न हो घुल घुल कर और टुकड़े-टुकड़े होकर मूत्र मार्ग से निकल जाती है
गुर्दे की पथरी बिना ऑपेरशन के बाहर जाने यह रामबाण औषधि | Gyani Guide Health Tips
Reviewed by Gyani Guide
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12:50 PM
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Nice Info.. i like it
ReplyDeleteYahan Sabhi Gyani Hai full Movie Download