व्यक्तित्व विकास कैसे करे ? अपने व्यक्तित्व को निखारने के लिए आपको थोड़ा सा जागरूक होने की जरुरत हैं साथ ही थोड़े से कॉन्फिडेंस की |
21 वी सदी में सफलता पाने का मूल मंत्र हैं Personality Development | जिसके पास कुछ खास चीजे जैसे कॉन्फिडेंस, लुक्स, लैंग्वेज पर कमांड और कुछ खास स्किल्स हैं वो 21 सदी का सफल व्यक्ति माना जाता हैं | भले ही वो किसी भी मुकाम से मंजिल की तरफ बढ़ता हैं अगर उनके पास ये गुण हैं तो वो मंजिल तक पहुँच जाता हैं | आज के दौर में कामयाबी का मूलमंत्र हैं व्यक्तित्व विकास | इसके नाम से ही कई लोग लाखों कमा लेते हैं | हर गली मोहल्ले में व्यक्तित्व विकास की क्लास का बोर्ड लगा हुआ हैं |
1. आत्मविश्वास को बढायें :
दुनियाँ के आधे काम तो इस एक शब्द से जुड़े हैं | अगर आप में आत्मविश्वास हैं तो आप किसी भी परिस्थती से बाहर आ सकते हैं | आत्मविश्वास की ताकत आपके चेहरे से झलकती हैं जो आपकी छवि को निखारती हैं | अगर किसी कारण से आप किन्ही चीजों से डर भी रहे हैं तो आप कभी उसे अपने चेहरे पर ना आने दे | हमेशा अपने चेहरे पर निडरता का भाव रखे ऐसा दिखायें कि आप पुरे आत्मविश्वास के साथ कार्य कर रहे हैं लेकिन कॉन्फिडेंस और ओवर कॉन्फिडेंस के बीच एक पतली लाइन होती हैं उस लाइन को कभी क्रॉस न करे वरना आपकी छवि बहुत ख़राब हो जाती हैं | आत्मविश्वास में कमी हैं तो एक मौका मिलता हैं लेकिन अगर ओवर कॉन्फिडेंस हैं तो मौका नहीं मिलता |
2. लोगों को genuinely like करिए :
जब हम किसी से मिलते हैं तो मन में उस person की एक image बना लेते हैं. ये image positive, negative या neutral हो सकती है. पर अगर हम अपनी personality improve करना चाहते हैं तो हमें इस image को intentionally positive बनाना होगा. हमें अपने mind को train करना होगा कि वो लोगों में अच्छाई खोजे बुराई नहीं. ये करना इतना मुश्किल नहीं है, अगर आप mind को अच्छाई खोजने के लिए निर्देश देंगे तो वो खोज निकालेगा.
Friends, हमारे चारो -तरफ फैली negativity हमें बहुत प्रभावित करती है, हम रोज़ चोरी, धोखा-धडी, fraud की खबरें सुनते हैं और शायद इसी वजह से आदमी का आदमी पर से विश्वास उठता जा रहा है. मैं ये नहीं कहता की आप आँख मूँद कर लोगों पर trust करिए, पर ये ज़रूर कहूँगा कि आँख मूँद कर लोगों पर distrust मत करिए. ज्यादातर लोग अच्छे होते हैं; कम से कम उनके साथ तो होते ही हैं जो उनके साथ अच्छा होता है, आप लोगों के साथ अच्छा बनिए, उन्हें like करिए और बदले में वे भी आपके साथ ऐसा ही करेंगे.
3. मुसकुराहट के साथ मिलिए :
जब आप अपने best friend से मिलते हैं तो क्या होता है? आप एक दूसरे को देखकर smile करते हैं, isn’t it?
मुस्कराना जाहिर करता है कि आप सामने वाले को पसंद करते हैं. यही बात हर तरह की relations में लागू होती है; इसलिए आप जब भी किसी से मिलें ( of course कुछ exceptions हैं ) तो चहरे पर एक genuine smile लाइए, इससे लोग आपको पसंद करेंगे, आपसे मिलकर खुश होंगे. आपकी मुस्कराहट के जवाब में मुस्कराहट न मिले ऐसा कम ही होगा, और होता भी है तो let it be आपको अपना part अच्छे से play करना है बस.
मुस्कुराने से एक और फायदा भी है, as per some research; जब हम अन्दर से खुश होते हैं तो हमारे एक्सटर्नल expressions उसी हिसाब से change हो जाते हैं, हमें देखकर ही लोग समझ जाते हैं कि हम खुश हैं; और ठीक इसका उल्टा भी सही है, यानि जब हम अपने बाहरी expressions खुशनुमा बना लेते हैं तो उसका असर हमारे internal mood पर भी पड़ता है और वो अच्छा हो जाता है.
4. नाम रहे ध्यान :
किसी व्यक्ति के लिए उसका नाम दुनिया के बाकी सभी नामों से ज्यादा importance रखता है. इसिलए जब आप किसी से बात करें तो बीच-बीच में उसका नाम लेते रहिये. Of course अगर व्यक्ति आपसे senior है तो आपको नाम के साथ ज़रूरी suffix या prefix लगाना होगा.
बीच-बीच में नाम लेने से सामने वाला अपनी importance feel करता है और साथ ही आपकी तरफ ध्यान भी अधिक देता है. And definitely वो इस बात से खुश होता है कि आप उसके नाम को importance दे रहे हैं.
5. बोलने से पहले सुनिए:
इसे आप पॉइंट 4 का extension कह सकते हैं. जब आप दूसरे में interest लेते हैं तो इसमें ईमानदारी होनी चाहिए. आपने “आप क्या पसंद करते हैं?” इसलिए नहीं पूछा कि बस वो जल्दी से अपना जवाब ख़तम करे और आप अपनी राम-कथा सुनाने लग जाएं.
आपको सामने वाले को सिर्फ पहले बोलने का मौका ही नहीं देना है, बल्कि उसकी बात को ध्यान से सुनना भी है और बीच-बीच में उससे related और भी बातें करनी हैं. For ex: अगर कोई कहता है कि उसे घूमने का शौक है, तो आप उससे पूछ सकते हैं कि उसकी favourite tourist destination क्या है, और वहां पर कौन-कौन सी जगह अच्छी हैं.
अच्छे listeners की demand कभी कम नहीं होती आप एक अच्छा listener बनिए और देखिये कि किस तरह आपकी demand बढ़ जाती है.
6. हर इन्सान से सीखे
जब आप किसी नई जगह पर जाते है, जसे college, school, office, company etc. तो हो सकता है वहा पर आप अच्छे से perform नहीं कर पाओ.
और यह नॉर्मली हर इन्सान के साथ में होता है, तो इसके लिए आपको उस नई जगह के लोगो से बातो-बातो वहा के वातावरण को सीखना होगा, वहा के लोगो की personality से सीखना होगा.
7. एक अच्छे Listener (सुनने वाले) बने
यह चीज आपको बहुत आगे तक ले जाएगी, आपको यह आना बहुत जरुरी है कि किसी भी व्यक्ति को बोलते हुए अच्छे से कैसे सुने, और कैसे अपना body language act करे कि आगे वाले को लगे कि आप उसकी बात को ध्यान से सुन रहे है.
इस दुनिया में हर इन्सान को चाहिए होता है कि कोई उसकी बात को ध्यान से सुने, तो अगर आप ऐसा करोगे तो जरुर आपके relation अच्छे बनने शुरू होगे और आपकी personality में काफी फर्क दिखने लगेगा.
8. क्या कहते हैं से भी ज़रूरी है कैसे कहते हैं :
आप जो बोलते हैं उससे भी अधिक महत्त्व रखता है कि आप कैसे बोलते हैं. For ex. आपसे कोई गलती हुई और आप मुंह बना कर sorry बोलते हैं तो उस sorry का कोई मतलब नहीं. हमें न सिर्फ सही words use करने हैं बल्कि उन्हें किस तरह से कहा जा रहा है इस बात का भी ध्यान रखना है.
इसलिए आप अपनी tone और body language पे ध्यान दीजिये, जितना हो सके polite और well-mannered तरीके से लोगों से बात करिए.
यहाँ मैं ये भी कहना चाहूँगा कि बहुत से लोग English बोलने की ability को Personality से relate कर के देखते हैं, जबकि ऐसा नहीं है, आप बिना A,B,C जाने भी एक प्रभावशाली व्यक्तित्व वाले इंसान बन सकते हैं.
9. बिना अपना फायदा सोचे लोगों की help करिए :
कई बार हम ऐसी स्थिति में होते हैं कि दूसरों की help कर सकें, पर out of laziness या फिर ये सोचकर कि इसमें हमारा कोई फायदा नहीं है हम help नहीं करते. पर एक pleasant personality वाला व्यक्ति लोगों की help के लिए तैयार रहता है. हाँ, इसका ये मतलब नहीं है कि आप अपने ज़रूरी काम छोड़ कर बस लोगों की help ही करते रहे, लेकिन अगर थोडा वक़्त देने पर आप किसी के काम आ सकते हैं तो ज़रूर आएं. आपकी एक selfless help आपको दूसरों की ही नहीं अपनी नज़रों में भी उठा देगी और आप अच्छा feel करेंगे.
10. पढ़ने की आदत बनाये :
पढ़ने से ज्ञान बढ़ता हैं और वाक शक्ति बढ़ती हैं | मतलब भाषा प्रभावशाली होती हैं | पढ़ने से सामान्य ज्ञान बढ़ता हैं जिससे आपका प्रभाव सामने वाले पर अच्छा पढ़ता हैं | साथ ही आपके व्यक्तित्व का विकास होता हैं |अगर आपका ज्ञान अच्छा होगा तो आपको खुद में आत्मविश्वास महसूस होगा | पढ़ने से इंसान सीखता हैं और सीखने की किसी भी वस्तु से व्यक्तित्व का विकास होता हैं |और पढ़ने से व्यक्ति अपडेट भी रहता हैं उसे वर्तमान में क्या चल रहा हैं पता होता हैं इससे व्यक्ति के कॉन्फिडेंस में वृद्धी होती हैं साथ में उसको कई लोगो के बीच नाम भी मिलता हैं |
पहली मुलाकात में लोगो को Impress कैसे करें | Gyani Guide व्यक्तित्व विकास
Reviewed by Gyani Guide
on
5:11 PM
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